Saturday, January 30, 2016

सावधान! जिका वायरस ( ZIKA VIRUS ( भारत के लिए खतरनाक, आप भी जानें कारण : 40 लाख को चपेट में ले सकता है जिका वायरस,


मच्छरों से होने वाले जिका वायरस के अटैक को देखते हुए पूरी दुनिया के वैज्ञानिक इस पर रिसर्च कर रहे हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी भी जारी की है कि इस वायरस का हमला पूरी दुनिया में कहीं भी फैल सकता है। WHO ने अनुमान लगाया है कि इस वायरस से सिर्फ अमेरिका में करीब 40 लाख लोग प्रभावित हो सकते हैं। इस बीच स्वास्थ्य वैज्ञानिकों की टीम ये भी पता लगाने में जुटी है कि कहीं इस वायरस का संचरण यौन आधारित पर भी तो नहीं।
40 लाख अमेरिकी हो सकते हैं प्रभावित
जिका वायरस जिसका संबंध सीधे तौर पर बच्चों के जन्म में दुष्प्रभाव से है, अब खतरनाक रूप लेता जा रहा है। WHO ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यह अमेरिका में 40 लाख लोगों को अपना निशाना बना सकता है। अमेरिका पिछले साल इस वायरस का मामला सामने आया था जो इस साल भीषण महामारी का रूप लेता जा रहा है। इस साल अब तक इस वायरस की चपेट में 23 देश आ चुके हैं।
ओलंपिक पर भी संकट
रियो डि जेनेरियो में भी इस साल 5 अगस्त से लेकर 21 अगस्त तक ओलंपिक का आयोजन किया जाना है। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक आयोग के अध्यक्ष ने जिका वायरस को लेकर चिंता जताई है और कहा है कि अगले हफ्ते तक इसके संबंध में IOC एक गाइड लाइंस जारी करेगी। अध्यक्ष थॉमस बाच ने कहा,हम वो सब कुछ करेंगे ताकि यहां आने वाली सभी खिलाडि़यों और आगंतुकों का स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।
साल के अंत तक आ सकता है जिका का टीका
कई देशों को अपने चपेट में लेने वाले खतरनाक जिका वायरस से लड़ने में मददगार टीका इस वर्ष के आखिर तक आ सकता है। इसे तैयार करने में अमेरिका और कनाडा के वैज्ञानिक लगे हुए है। इस परियोजना से जुडे एक वरिष्ठ वैज्ञानिक गैरी र्कोंबगर ने बताया कि ‘जिका’ से निपटने के लिए यह शायद पहला टीका होगा।
अमेरिका के 22 देशों और ब्राजील में हजारों गर्भवती महिलाओं और बच्चों पर हमला करने वाला जिका वायरस भारत के लिए खतरनाक हो सकता है। केंद्रीय स्वाथ्य विभाग ने सेंटर फॉर कम्यूनिकेबल डिसीज (सीडीसी) को चिट्ठी लिख कर जिका वायरस से संक्रमित मरीज की जांच करने संबंधी टेस्टिंग किट की मांग की है। इसके अलावा सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से भी अनुरोध किया है कि जिका वायरस से संबंधित गाइड लाइंस, इलाज और बचाव के लिए भारत के लिहाज से मदद करे।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वीरोलॉजी ने की तैयारी
यह संस्थान जो संक्रामक रोगों पर अनुसंधान करता है, वह भी जिका वायरस के अणुओं की जांच उन लोगों पर करने को तैयार है जो संभावित तौर पर इस वायरस की चपेट में हों।
आखिर क्यों भारत में होने की संभावना
भारत में मच्छर की तादात अत्यधिक है। यहां भी मादा एडीज मच्छरों से मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसे खतरनाक रोगों की महामारी फैल चुकी है। जबकि जिका वायरस भी एडीज मच्छर से ही फैलता है। इसी को देखते हुए विशेषज्ञ ये आशंका जता रहे हैं कि यहां भी जिका वायरस अपना खतरनाक रूप दिखा सकता है। हालांकि सरकार उन लोगों पर खासतौर पर नजर बनाए हुए हैं जो लोग ऐसे देशों से भ्रमण कर के आ रहे हैं जहां जिका वायरस का प्रकोप फैला हुआ है।

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